Saturday 29 July 2023

बनारस गंगा आरती से सम्बंधित जानकारी

बनारस की गंगा आरती से जुड़ी सभी जानकारियां:-



भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण शहर बनारस है। धर्म और संस्कृति की दृष्टि से यह शहर काफी महत्वपूर्ण है। भारत में सबसे प्रसिद्ध पवित्र आरती में से एक बनारस की गंगा आरती है। यह हर दिन होता है और शाम को गंगा घाटों पर कई दीपक जलाने के साथ समाप्त होता है। इस आरती का प्राथमिक लक्ष्य मां गंगा को प्रसन्न करना है।

विश्वनाथ मंदिर के करीब कुछ घाटों पर, बनारस की गंगा आरती आयोजित की जाती है। अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, परमार्थ घाट और मणिकर्णिका घाट महत्वपूर्ण घाट हैं। इन घाटों पर आरती के कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो शहर की सुंदरता को और भी बढ़ा देते हैं।

गंगा आरती की तैयारी के लिए, लोग आसपास की दुकानों से फूल, रोशनी और धातु के कलश खरीदते हैं। यहां आरती के दीपकों को भरने के लिए विशेष तेल का उपयोग किया जाता है।

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बनारस में किन किन घाटों पर होती है गंगा आरती

1. दशाश्वमेध घाट

2. अस्सी घाट

3. परमार्थ घाट


दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती के बारे में:- 




बनारस का एक महत्वपूर्ण घाट, दशाश्वमेध घाट ने कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को देखा है। बनारस में सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक इस घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती है।
दशाश्वमेध घाट पर शाम को सूर्य अस्त होते ही गंगा आरती की जाती है। पंडित जी आरती के भाग के रूप में माँ गंगा के दोहे और श्लोक गाते हैं। इस आरती के दौरान मां गंगा के शुभ आशीर्वाद के संकेत के रूप में दीपक जलाए जाते हैं।

लोग ध्वनि, दीपों के दृश्य और सभी की साझा भावनाओं के बीच गंगा आरती में जश्न मनाते हैं। इस महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव को देखने के लिए अन्य देशों से कई पर्यटक बनारस आते हैं।

दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के बाद लोग घाट के पास बैठते हैं और प्रसाद के रूप में गंगा जल पीते हैं। इसके अलावा, इस घाट पर दिन के समय पूजा की व्यवस्था है जो भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।


अस्सी घाट की गंगा आरती के बारे में:- 




गंगा आरती का मुख्य स्थान बनारस में अस्सी घाट है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह घाट ऐतिहासिक जिले बनारस में गंगा के तट पर स्थित है। काशी के नवाब, जो 1748 ईसा पूर्व के आसपास रहते थे, ने अस्सी घाट बनवाया था।

आमतौर पर अस्सी घाट की गंगा आरती रात में होती है। इस घाट पर श्री विश्वनाथ मंदिर, श्री आनंदमई मां और श्री भैरवनाथ मंदिर के सामने गंगा आरती की जाती है। गंगा आरती के दौरान इस घाट पर हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं और दुनिया भर से पर्यटक इस आरती को देखने आते हैं।

दीपक की रोशनी और शंख बजाने से गंगा आरती का दृश्य तैयार हो गया, जो इसके बाद होता है। आरती के दौरान, पुजारी धातु के दीपक जलाते हैं, जिससे गंगा के पानी का तापमान बढ़ जाता है। इसके अलावा, भजन और कीर्तन भी किए जाते हैं, जो इस पवित्र समारोह की सुंदरता को बढ़ाते हैं।



परमार्थ घाट की गंगा आरती के बारे में:-




परमार्थ घाट वाराणसी की आरती एक ऐसी आरती है जो हर रोज़ वाराणसी के परमार्थ निकेतन में गंगा घाट पर जाती है। हाँ आरती 7:00 बजे शुरू होती है और 8:00 बजे ख़त्म होती है। आरती में गंगा माता की पूजा की जाती है और इसमें भजन, कीर्तन और आरती का समावेश होता है। आरती में शामिल होने के लिए कोई खर्च नहीं है और यह हर कोई देख सकता है।

परमार्थ घाट वाराणसी आरती वाराणसी में देखने के लिए सबसे लोकप्रिय चीजों में से एक है। यह आरती एक शांतिपूर्ण और श्रद्धापूर्ण अनुभव है जो आपको गंगा माता के प्रति अपने प्यार और सम्मान को व्यक्त करने का अवसर देती है।

अगर आप वाराणसी में हैं, तो परमार्थ घाट वाराणसी की आरती नहीं देखना चाहेंगे। हाँ आरती एक ऐसा अनुभव है जिसका आप कभी नहीं भूलेंगे।

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बनारस गंगा आरती से सम्बन्धित प्रश्न:-

1. बनारस की गंगा आरती देखने का तरीका ?
  • घाट पर जाएं: सबसे सरल और सीधा तरीका है कि आप अपने आप को गंगा के किनारे वाले किसी भी घाट पर ले जाएं और आरती देखें। आमतौर पर, यह घाटों पर अधिकांश पर्यटकों का चयन करने वाला तरीका होता है।

  • आरती के टिकट खरीदें: आप अग्रिम टिकट खरीदकर गंगा आरती के समय घाट पर अपनी जगह आसानी से पा सकते हैं। इसे निर्धारित घाटों पर किया जाता है जो बड़ी भीड़ से दूर होते हैं।
  • नाव पर बैठें: यदि आप नदी से आरती देखना चाहते हैं, तो आप एक नाव पर बैठकर भी आरती का दृश्य देख सकते हैं। यह आपको गंगा के मध्य तक ले जाकर दृश्य को दूर से देखने की सुविधा देता है।
  • ऊपरी मंजिल से देखें: कुछ होटल और इमारतों में ऊपरी मंजिलें होती हैं जो गंगा घाटों को देखने की सुविधा प्रदान करती हैं। इस तरीके से आप भी आरती देख सकते है।

2. बनारस की गंगा आरती कितने बजे से होती है ?

बनारस की गंगा आरती शाम के समय सामान्यतः 6:45 बजे से 7:30 बजे तक होती है।

3. बनारस गंगा आरती कैसे देखे ?

बनारस की गंगा आरती देखने के लिए आपको घाट पर पहुंचना होगा और भीड़ से अपनी जगह ढूंढनी होगी।


बनारस की गंगा आरती की टाइमिंग:- 

बनारस में गंगा आरती रात में होती है। सुबह 4:30 बजे सबसे पहले गंगा आरती में भगवान विश्वनाथ की पूजा की जाती है. दूसरी गंगा आरती देर दोपहर या शाम को 6:00 से 7:00 बजे के बीच होती है।

स्थानीय भाषा में गंगा आरती को "संध्या आरती" भी कहा जाता है। यह बनारस के सभी घाटों पर होता है और प्रत्येक घाट पर अलग-अलग समय पर शुरू होता है। यह गंगा आरती भारतीय संस्कृति का एक अनमोल नमूना है जिसे दुनिया भर में मनाया जाता है और यह बनारस की बदनामी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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